How to Become Loco Pilot: रेलवे में लोको पायलट बनने के लिए हर विद्यार्थी का एक शौक होता है जो की काफी एक अच्छा पोस्ट माना जाता है। इसे बनने के लिए विद्यार्थी को कई चरण से गुजरना होता है। इसके लिए अलग-अलग मापदंड है जिसे पालन करते हुए आगे बढ़ना होता है जो विद्यार्थी सभी चरण में सफल होते हैं उन्हीं को रेलवे का ड्राइवर के लिए चयन किया जाता है तो आईए जानते हैं रेलवे में लोको पायलट कैसे बना जाता है इसके बारे में पूरी जानकारी मैं आप लोगों को देने वाले हैं। कृपया आप हमारे आर्टिकल में अंत तक बन रहे ताकि आपको पूरी जानकारी मिल सके।
रेलवे में लोको पायलट क्या है ?
रेल चलाने के लिए जी ड्राइवर का उपयोग किया जाता है उसे रेल लोको पायलट के नाम से जाना जाता है। रेल को चलाने के लिए लोको पायलट की एक अलग केबिन होती है जिसमें हर सुविधा दी जाती है ड्राइवर को इसमें हर सुविधा से लैस किया जाता है ताकि किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो सके इसके पहले वाले रेल में ड्राइवर को केबिन की व्यवस्था नहीं रहती थी जिसके कारण उन्हें सर्दी गर्मी और बरसात का सामना करना पड़ता था अब इन सभी स्थिति को सुधार कर एक केबिन बना दिया गया है जिसमें हर तरह की सुविधा उपलब्ध की गई है।
Loco pilots Eligibility
भारतीय रेल में ड्राइवर बनने के लिए कम से कम विद्यार्थी के पास किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से दसवीं पास के साथ-साथ आईटीआई पास होना अति आवश्यक है। इसके लिए कुछ ट्रेड होते हैं जैसे कि मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, टेक्निशियन, वायरमैन आदि ट्रेड वाले आईटीआई करने वाले विद्यार्थी ही इसमें योग माने जाते हैं। इसके अलावा जो विद्यार्थी डिप्लोमा किए हुए हैं उन्हें भी लोको पायलट बनने के लिए योग्य माना जाता है।
रेलवे लोको पायलट का एग्जाम पैटर्न
रेलवे में लोको पायलट बनने के लिए विद्यार्थी को कई चरण से गुजरना होता है जिस्म की सबसे प्रथम चरण में विद्यार्थी से 75 प्रश्न के सवाल पूछे जाते हैं जिसके लिए 75 नंबर दिए जाते हैं। प्रथम परीक्षा विद्यार्थी के लिए पासिंग मार्क्स लाना अति आवश्यक है जो व्यक्ति प्रथम परीक्षा में पास होते हैं उन्हें द्वितीय परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाती है। प्रथम परीक्षा में समान ज्ञान समान विज्ञान गणित करंट अफेयर एवं रिजनिंग से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके अलावा द्वितीय परीक्षा में दो पेपर होते हैं एक प्रथम पेपर जो की 100 नंबर का होता है जबकि सेकंड पेपर 75 नंबर के ट्रेड से प्रश्न पूछे जाते हैं। जो विद्यार्थी ट्रेड में पास होते हैं उन्हीं का कॉपी प्रथम पेपर यानी की 100 नंबर वाला कॉपी की जांच होती है। विद्यार्थियों का मेरिट लिस्ट द्वितीय परीक्षा के प्रथम पेपर के आधार पर किया जाता है। इसके बाद विद्यार्थी को साइको के लिए बुलाया जाता है जो की साइको टेस्ट होती है इसमें पास होने के बाद विद्यार्थी का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन लिया जाता है। विद्यार्थी से तीनों परीक्षाएं ले ली जाती है उसके बाद ही मेरिट लिस्ट निकल जाता है।
रेलवे में लोको पायलट की सैलरी
रेलवे में सहायक लोको पायलट की शुरुआती सैलरी 30 से 35000 तक होती है इसके बाद इसकी सैलरी 10% बढ़ते हुए 90 हजार से लेकर 1 लाख तक पहुंच जाती है। रेलवे में लोको पायलट का सैलरी काफी अच्छा खासा होता है जिसे पाने के लिए हर युवा का एक सपना होता है कि हम भी रेलवे में लोको पायलट की जॉब करें।
नोट : मेरे द्वारा किस आर्टिकल में रेलवे में लोको पायलट की नौकरी कैसे करते हैं तथा ड्राइवर कैसे बनता है इसके बारे में जानकारी दिया गया है इसके अलावा इसके सिलेबस के संपूर्ण जानकारी बताई गई है जिसे आप पढ़कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।